ग्रीन हाउस किसानो के लिए वरदान

ग्रीन हाउस किसानो के लिए वरदान

ग्रीन हाउस के माध्यम से किसान कम लागत में अपने सपनों को नई उडान दे सकते है | ग्रीन हाउस कि तकनीक काफी किफायती है | कम जगह में अच्छी फसल देना इसकी खूबी है | ग्रीन हाउस में बहुत अधिक गर्मी है या सर्दी से फसलों कि रक्षा करते है,धुल और बर्फ के तूफानों से पौधों कि ढाल बनते है और किटों को बाहर रखने में मदद करते है,प्रकाश और तापमान नियंत्रण कि वजह से ग्रीन हाउस कृषि के अयोग्य भूमि को कृषि योग्य भूमि में बदल देता है | यह तकनीक पौधों को प्रतिकूल दशाओं के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करती है | कृषि से सम्बन्ध रखने वाले युवा जो पहले खेती करना छोड़कर नौकरी के लिए शहर कि तरफ जाने लगे थे | वो अब ग्रीन हाउस कि नई तकनीकें सीखकर गांव को लौट रहे है | ग्रीन हाउस में डच गुलाब,जरबेरा कारनेशन गुलदावदी रंगीन शिमला मिर्च,चेरी,टमाटर एफ-1 हाईब्रिड टमाटर कि खेती कर सकते है | ग्रीन हाउस लोहे के पाइपों या लकड़ी से बना एक ऐसा ढाचा है जो एक पारदर्शी आवरण से ढंका होता है | इसमे से सूर्य कि किरणे जो पौधों के लिए उपयुक्त पाई जाती है , अंदर आ सकती है | विशेष तौर से 400-700 नैनोमीटर वेवलेंथ वाली किरणे जिसको कि हम विजिबल लाईट कहते है | पौधों कि प्रकाश संश्लेषण क्रिया के लिए उपयुक्त होती है | अगर यह पारदर्शी ढंकने कि सामग्री पोलीथीन फिल्म या शीट काम में ली जाती है तो इसे पोलीहाउस कहते है | पोलिहाऊस में कटफ्लावर कि खेती (डच गुलाब ,जरबेरा कारनेशन,गुलदावदी और रंगीन शिमला मिर्च) कि खेती कि जाती है | अगर यह पारदर्शी ढकने कि सामग्री शेड नेट कि जाली है तो उसे शेडनेट हाउस कहा जाता है |शेडनेट हाउस में रंगीन शिमला मिर्च चेरी,टमाटर जुकनी ब्रोकली लेट्यूस लाल गोभी हरा धनिया और सब्जियों के पौध ,फलों के पौधे एवं जंगली पौधों कि नर्सरी तैयार करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है | अगर यह पारदर्शी ढकने कि सामग्री में ग्लास है तो उसे ग्लास हाउस कहते है | एक अच्छे ग्रीन हाउस के लिए 4000 वर्ग मीटर कि जगह पर्याप्त है क्योकिं ऐसे ग्रीन हाउस में हवा का प्रवाह ठीक रहता है | तापमान आर्दता आदि को नियंत्रित करना आसान होता है ,उत्पाद व गुणवत्ता कि मात्रा भी अच्छी होती है | पोलीहाउस लगाने पर 935 रु. वर्ग मीटर का खर्चा आता है जबकि छाया गृह लगाने पर 270 रु.वर्ग मीटर का खर्च आता है | ग्रीन हाउस से कि जाने वाली खेती ,खेती नहीं बल्कि एक उद्योग है | इसी वजह से युवा वर्ग इसे स्वरोजगार के रूप में अपनाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे है | एक ग्रीन हाउस से सामान्यत: 10 से  15 हजार रुपये तक आसानी से कमा सकते है | नीदरलैंड से ले प्रेरणा – नीदरलैंड में 9000 के आस – पास ग्रीनहाउस 10,000 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन प् लगे हुए है जिससे लगभग 150,000 श्रमिकों को रोजगार मिला हुआ है जो श्रमिकों को रोजगार मिला हुआ है जो कुशलतापूर्वक 4.5 अरब यूरो कीमत की सब्जियां फल,पौधे और फूल उगा रहे है जिसमे से 80 प्रतिशत हिस्से का निर्यात किया जाता है | कहां से ले प्रशिक्षण ? 1.       इन्टरनेशनल होर्टिकल्चर इनोवेशन एण्ड ट्रेनिंग सेन्टर दुर्गापुरा ,जयपुर(राजस्थान) 2.       हार्टिकल्चर ट्रेनिंग सेन्टर,तालेगांव दाभाडे पूना(महाराष्ट्र) 3.       इंटरनेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हार्टिकल्चर टेक्नोलॉजी नोएडा (यू.पी.) 4.       इण्डियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट नई दिल्ली 5.       सेन्ट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ टेम्परेट हार्टिकल्चर श्री नगर,(जे एण्ड के ) 6.       डॉ.यशवन्त परमार हार्टिकल्चर युनिवर्सिटी सोलन(हिमालय प्रदेश) 7.       इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ